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RAMESH PRASAD PATHAK

 
He is working as a professor in the Department of Education at Shri Lal Bahadur Shastri Rashritye Sanskrit Vidyapeeth, New Delhi. He has more than 25 years of teaching experience with various reputed universities and institutes like Gorakhpur University, NCERT, MDU , Rohtak, IGNOU, etc. He is a part of various curriculum development committees across India. He has written more than 100 papers for national and international journals and published 50 books with various reputed publishers like Pearson Education, Atlantic Publishers, Radha Publishers etc.
List of Books written by RAMESH PRASAD PATHAK

 

Shiksha ke Darshnik evam Samajshastriya Pariprekshya

Vikas Publishing

 

  • 9789325986756
  • 208 pages
  • Paperback
  • Rs.199.00
  • 2015

 

 

शिक्षा एक सतत और विकासशील प्रक्रिया है लेकिन यह विकास उचित दिशा में हो इसके लिए दर्शन दिशा निर्देश करता है। दर्शन केवल चिन्तन का ही विषय नहीं अपितु अनुभूति का विषय है। शिक्षा समाज सुधार की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। इसका स्वरूप दर्शन से तथा रूप समाजशास्त्र से सँवरता है। इन्हीं सभी तथ्यों पर विचार विमर्श इस पुस्तक में किया गया है। यह पुस्तक बी.ए., एम.ए. (शिक्षाशास्त्र), बी.एड., एम.एड. कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए समान रूप से उपयोगी सिद्ध होगी।

 

Durvarti Shiksha

Vikas Publishing

 

  • 9789325986732
  • 144 pages
  • Paperback
  • Rs.150.00
  • 2015

 

 

प्रस्तुत पुस्तक में दूरवर्ती शिक्षा के आवश्यक आयामों के साथ-साथ दूरवर्ती शिक्षा की अवधारणा, तत्व तथा स्तर, दूरवर्ती शिक्षा का विकास, दूरवर्ती शिक्षण और परम्परागत शिक्षण, दूरवर्ती शिक्षा के सिद्धान्त, दूरवर्ती शिक्षा की संस्थाएँ, दूरवर्ती शिक्षा के प्रमुख विश्वविद्यालय, दूरवर्ती शिक्षा का पाठ्यक्रम, दूरवर्ती शिक्षा में पाठ्यक्रम योजना, स्व-अधिगम शिक्षण सामग्री, दूरवर्ती शिक्षा में शैक्षिक प्रौद्योागिकी, दूरवर्ती शिक्षा में दत्तकार्य, दूरवर्ती शिक्षा-शिक्षार्थी और सहायक सेवाएँ, दूरवर्ती शिक्षा में मानदण्ड, और दूरवर्ती शिक्षा का भविष्य आदि चौदह अध्यायों में पूर्ण किया गया है। यह पुस्तक दूरवर्ती शिक्षा के प्रमुख अध्यायों को ध्यान में रखकर लिखी गई है। प्रस्तुत पुस्तक बी.एड., एम.एड., बी.ए. शिक्षाशास्त्र, एम.ए. शिक्षाशास्त्र, एम.फिल तथा शोधार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।

 

Shaikshik Takniki Ke Aayaam

Vikas Publishing

 

  • 9789325986749
  • 282 pages
  • Paperback
  • Rs.265.00
  • 2015

 

 

शिक्षा का एक व्यापक अध्ययन क्षेत्र है। इसका सम्बन्ध तीन प्रमुख प्रक्रियाओं यथा-शिक्षण, प्रशिक्षण तथा अनुदेशन से है। इसका मुख्य लक्ष्य है कि अध्यापन को कैसे प्रभावकारी बनाया जाए। शैक्षिक तकनीकी के उचित प्रयोग से शिक्षण को प्रभावकारी और अधिगम को सरल बनाया जा सकता है इन्हीं प्रयोगों को खोजने का प्रयास इस पुस्तक में किया गया है। प्रस्तुत पुस्तक बी.ए., एम.ए. (शिक्षा शास्त्र) बी.एड. और एम.एड. के विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर लिखी गई है। इस पुस्तक को बारह अध्यायों में समेकित किया गया है।

 

Udyemaan Adhunik Bhartiya Samaj Mein Shiksha

Vikas Publishing

 

  • 9789325986725
  • 202 pages
  • Paperback
  • Rs.175.00
  • 2015

 

 

शिक्षा एक सजीव, सतत एवं गतिशील प्रक्रिया है। शिक्षा ही मानव को मनुष्यत्व का दर्शन कराती है और इसी के द्वारा ही समाज में सुधार लाया जा सकता है। इसके लिए शिक्षा की दार्शनिक एवं समाज शास्त्रीय प्रकृति को समझना आवश्यक है। इन्हीं तथ्यों को इस पुस्तक में खोजने का प्रयास किया गया है। यह पुस्तक शिक्षा शास्त्र के पाठ्यक्रम के अनिवार्य विषय के प्रमुख अध्यायों को समेकित किया गया है। प्रस्तुत पुस्तक बी.ए., एम.ए. शिक्षा शास्त्र, बी.एड., एम.एड. के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।

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